देश जिस रस्ते से जा रहा है उसे साफ़ दिख रहा है की हम विषमतावाद की और बढ़
रहे है, जगह जगह पे आज धर्म जातियों मै विवाद हो रहे है। विश्व का बड़ा और
सुन्दर सविधान होने के बावजूद हम विषमता से घिरे हुए है। तभी सविधान
लिखा गया तब बाबासाहब ने कह दिया था की," कितना भी बहेतर और अच्छा सविधान
बना लो वो तभी सफल होगा जब उसे चलाने वाली सरकार वैसी होगी। जैसे लोग सत्ता
में बैठे है वही निर्धारित करेंगे की देश कैसे चलेगा। "
इसी वजह से बाबासाहब आंबेडकर ने इस बात को परखते हुए अपने अनुयायियों को
सन्देश दिया था और बताया था की तुम्हे इस देश का शासनकर्ता बनाना होगा।
तभी हमारी लड़ाई सार्थ होगी। जब तक तुम इस देश के शाषणकर्ता नहीं बन जाते तब
तक ये लड़ाई जारी रखो,आज हम सिर्फ नौकरी,घर,शादी, इन्ही चीजों के बारे मे
सोचते है। लेकिन हमारे धेय बडे होने चाहिए। यह विचार सदैव हमारे जहन में
होना चाहिये की हमें शासनकर्ता बनना है। हमें बच्चो को भी यही शिक्षा देनी
चाहिये। बबासाहैब जानते थे की हम जायेंगे की हमें क्या सिखाया गया है
इसलिए उन्होंने कहा था की , "जाओ और अपनी घर की दीवार पर पत्थर से लिख दो
की हमें इस देश की शासनकर्ता बनना है। "
आज सही में वैसी जरुरत आ पड़ी है। इसके लिए हमें सही में यह बात अपने घर के दीवारों पे लिखने की जरुरत है ,जो की फिर यह हमेशा हमारे जहन मे रहेगी। साथ ही हमें पढ़ना बेहद जरुरी है इसलिए आज से संकल्प करो की कुछ भी हो जाये लेकिन तुम कोनसे बी किताब के २० पन्ने रोजाना पढोगे ,क्युकी हम पढ़ेंगे तभी आगे बढ़ेंगे। एक ही जिंदगी मिली है उसे जाया मत करो। कुछ करो ,बहोत बड़ा करो। उठो ,,,जागो ,,,और काम को लगो क्युकी समय हाथ से फिसलता जा रहा है.......
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- बाबासाहब लिखित कुछ किताबे :-
बाबासाहब के भाषन और लेखन
>Babasaheb Writing and speeches vol. 1
बाबासाहब द्वारा स्वय लिखित प्रथम आत्मा कथा
- वेटिंग फॉर वीसा
Wating For Visa
- जात पात का विनाश
Anihilation of Caste
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